अयोध्या में भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, भगवान राम की एक और मूर्ति सामने आई है. श्वेत (सफेद) रंग में दिख रही मूर्ति को मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित किया जा सकता है. बता दें कि इस मूर्ति की शिल्पकारी मूर्तिकार सत्य नारायण पांडे ने की है. दरअसल, राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित करने के लिए तीन मूर्तियां बनाई गईं थीं, जिसमें से श्यामरंग वाली मूर्ति, यानी जो अभी स्थापित की गई है, उसे प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुना गया था.
अब जिस मूर्ति की तस्वीर सामने आई है, वह उन्हीं तीन मूर्तियों में से एक बताई जा रही है. इस मूर्ति को राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित किया जा सकता है. तीसरी मूर्ति को भी मंदिर में स्थान दिया जाएगा. बता दें कि तीसरे फ्लोर पर लगने वाली प्रतिमा की तस्वीर अभी सामने नहीं आई है. इसे कर्नाटक के शिल्पकार गणेश भट्ट द्वारा बनाया गया है.
क्या खास है इस मूर्ति?
इस नई मूर्ति में भी भगवान राम के बाल स्वरूप को दर्शाया गया है. मूर्ति में कई देवी-देवताओं को स्थान दिया गया है. भगवान राम के पैरों के दाएं हाथ पर हनुमान जी, उनके मुकुट के पास भगवान परशुराम और गौतम बुद्ध सहित अन्य देवता भी शामिल हैं. इस नई मूर्ति में भी भगवान राम को सोने के आभूषण पहनाए गए हैं.
प्राण प्रतिष्ठा वाली मूर्ति की खासियत?
राम मंदिर के गर्भगृह में विराजे भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति 51 इंच की है, जिसे काले रंग के पत्थर पर आकार दिया गया है. इस मूर्ति में भगवान राम को पांच साल की आयु में दर्शाया गया है. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान राम के भाइयों की मूर्ति को मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित किया जाएगा. भगवान राम की मूर्ति का चयन उनके चेहरे की सरलता, आंखों की सुंदरता, मुस्कान और शरीर सहित कई अन्य चीजों को ध्यान में रखते हुए किया गया था.