दरभंगा का एक युवक असली दारोगा बनने में असफल रहा तो नकली दारोगा बनकर वसूली करने लगा। यातायात थाना की पुलिस ने मिर्जापुर चौक के पास एक नकली दरोगा को वाहन चेकिंग करते रंगे हाथ दबोच लिया। यातायात थानाध्यक्ष कुमार गौरव ने नकली दारोगा को नगर थाना को सुपुर्द कर दिया। जिसको लेकर यातायात थानाध्यक्ष ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
प्राथमिकी में उन्होंने बताया कि मिर्जापुर चौक के पास पुलिस की वर्दी में एक नकली दारोगा अशोक साह वाहन चेकिंग कर रहा था। जैसे ही यातायात थाना की पुलिस मिर्जापुर चौक पर पहुंची तो पुलिस बल को देखकर नकली दारोगा घबराने लगा। पुलिस के द्वारा नकली दारोगा को कब्जा में लेकर नाम पता पूछा गया। उन्होंने बताया कि वह मनीगाछी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर का रहने वाला अशोक कुमार साह है। जब यातायात थानाध्यक्ष द्वारा नकली दारोगा से सख्ती से पूछताछ किया गया तो उसने बताया कि वह पुलिस अवर निरीक्षक नहीं है। बल्कि नकली पुलिस बनकर लोगों से भयादोहन कर पैसे की अवैध वसूली कर रहे हैं। नकली दारोगा ने बताया कि पिछले कुछ महीने से वह अवैध वसूली का काम कर रहा है।
पकड़े गए अशोक साह ने बताया कि दारोगा भर्ती में उसने कई बार प्रयास किया। मेंस में तीन बार छंट गया। उसके उपर दारोगा बनने का नशा सवार था। उसके बाद नकली वर्दी का जुगाड़ करके अपना रौब चलाने लगा। कुछ दिनों बाद कॉन्फिडेंस बढ़ा तो उसने वसूली भी शुरु कर दिया। बताया कि शहर के बाहरी इलाकों में नो एंट्री, गलत पार्किंग ओवर लोड या अन्य गलतियां पकड़कर उनसे वसूली करता था। चालान दिखाकर डराता और मैनेज करने नाम पर उगाही कर लेता । एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि मिर्जापुर चौक पर वसूली की खबर पर पुलिस पहुंची। वर्दी और काम करने के तरीके से उसे पहचानना मुश्लिक था। जाल बिछाकर उसे दबोचा गया। कई बाद दारोगा भर्ती की तैयारी करने की वजह से वह विभाग के तौर तरीके से अवगत है। साधारण आदमी उसे नहीं पकड़ सकता। पता लगाया जा रहा है कि वह अकेले है या कोई गिरोह काम कर रहा है।
नगर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि यातायात थानाध्यक्ष के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। नकली दारोगा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पूछताछ में उसने कई अहम खुलासा भी किया है। उसके आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।