एक जगह पर जमे पदाधिकारी-कर्मियों के स्थानांतरण और भ्रष्ट पदाधिकारियों की जांच की मांग को लेकर शुक्रवार को बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में जमकर बवाल हुआ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते हुए कार्यालय बंद करा दिया। कार्यकर्ताओं ने विवि गेस्ट हाउस में गेस्ट टीचर की बहाली के लिए चल रहे इंटरव्यू को भी जबरन रुकवा दिया। अब आगे 27 फरवरी और उसके आगे के इंटरव्यू को भी तत्काल स्थगित कर दिया गया है। मौके पर पहुंची विवि थाना की पुलिस ने कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो कुलपति डॉ. दिनेश चंद्र राय ने बातचीत कर हंगामा शांत कराया।
विभिन्न मुद्दों को लेकर परिषद कार्यकर्ता पहले कुलपति से मिलना चाह रहे थे। उनकी कुलपति से मुलाकात भी हुई, लेकिन कार्यकर्ताओं का कहना था कि कुलपति ने उनलोगों को समय नहीं दिया। इससे नाराज कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और प्रदर्शन करते हुए घूम-घूम कर विवि कार्यालय बंद कराना शुरू कर दिया। हंगामे से कार्यालय में अफरातफरी मच गई। हंगामा होता देख विवि थाना की पुलिस दल-बल के साथ पहुंची और समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। पदाधिकारी-कर्मियों को कमरे से निकालने के बाद सभी विवि गेस्ट हाउस पहुंचे और हंगामा करते हुए गेस्ट टीचर की नियुक्ति के लिए चल रहे पॉलिटिकल साइंस के इंटरव्यू को रुकवा दिया। कुछ समय के लिए बाहर से आए एक्सपर्ट और अभ्यर्थी हैरान रह गए। बाद में कुलपति ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर उनकी समस्याएं सुनीं, तब जाकर मामला शांत हुआ।
परिषद के महानगर जिला संयोजक मयंक मिश्रा ने कुलसचिव को निशाने पर लेते हुए कहा कि नियुक्ति में सिर्फ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लंबे समय से कार्यरत कई पदाधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। जिला सह संयोजक रविभूषण शुक्ला ने कहा कि सभी विभागों में 3 वर्ष से अधिक समय से पद पर स्थापित कर्मचारियों का अविलंब ट्रांसफर होना चाहिए। विश्वविद्यालय में सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी को किए जा रहे भुगतान व एजेंसी से सिक्योरिटी गार्ड के वेतन भुगतान में भी काफी अंतर है जिसकी जांच कराई जाए। प्रदर्शन में महानगर मंत्री अभिनव राज, विभाग संयोजक दीपांकर गिरि, सीनेटर केसरी नंदन शर्मा, प्रदेश कार्यालय मंत्री प्रभात मिश्रा, सह मंत्री दीपक यादव, प्रदेश मीडिया संयोजक पुष्कर सिंह, एसएफडी प्रमुख निवास कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रभात श्रीवास्तव, हितेश कुमार, रुद्रा, अंकित आनंद आदि शामिल थे
कुलपति डॉ. दिनेश चंद्र राय ने कहा कि वर्षों से एक जगह पर कई कर्मी जमे हैं। परिषद की यह मांग उचित है कि ऐसे कर्मियों का स्थानांतरण होना चाहिए। 27 फरवरी को फिर से परिषद नेताओं के साथ वार्ता होगी जिसमें लंबित परीक्षा परिणाम में सुधार, छात्रों को समय डिग्री की उपलब्धता सहित अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं जिसका परिणाम जल्द दिखेगा। वार्ता में कुलसचिव प्रो. संजय कुमार, प्रो. बीएस राय, प्रो. टीके डे मौजूद थे।