अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण में शुक्रवार से कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा की शुरुआत लक्ष्मी नारायण नगर, बेला में हुई। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालू शामिल हुए। मिठनपुरा के मां सिद्धेश्वरी दुर्गा मंदिर से कलश यात्रा प्रारंभ होकर विभिन्न मार्ग से गुजरते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंची। जगह-जगह लोगों ने यात्रा का स्वागत किया।
कलश यात्रा के समापन पर मंत्रोच्चारण के बीच मां गायत्री की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। आचार्य धर्मेंद्र ने मंत्रोच्चारण के साथ कलश पूजन करवाया। सभी को शांतिकुंज हरिद्वार का दिव्य संदेश देते हुए मंगल कलश का महत्व समझाया। यज्ञ स्थल पर मां गायत्री की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करवाई। भक्तजनों में महाप्रसाद का वितरण किया गया। संध्या समय कथा हुई।
मोहल्ला विकास समिति के सचिव सुभाष चंद्र दास ने बताया कि तीन दिवसीय महायज्ञ के दूसरे दिन योग साधना,हवन यज्ञ एवं विभिन्न संस्कार तथा संध्या समय आचार्य धर्मेन्द्र द्वारा प्रज्ञा पुराण कथा होगी। अंतिम दिन योग व हवन यज्ञ के बाद संध्या समय दीप यज्ञ के साथ महायज्ञ का समापन होगा। मौके पर अरुण शाही, सुरेंद्र पांडे, राम पुकार राय, सतीश कुमार, रामयाद त्रिवेदी, केके सिंह, हरि किशोर सिंह, चंदन कुमार, गोलू, प्रकाश मोहन ठाकुर, इंद्रा देवी, अपराजिता ठाकुर, मुकेश लस्कर जयकिशोर सिंह आदि थे।