सारण लोकसभा सीट से रोहिणी आचार्य के खिलाफ लालू यादव ने नामांकन का पर्चा दाखिल कर दिया है. यह खबर हैरान करने वाली है क्योंकि रोहिणी आचार्य के पिता खुद लालू यादव हैं तो हम आपको बता दें कि ये वाले लालू यादव राजद सुप्रीमो नहीं हैं बल्कि उनके ही हम नाम हैं जो आए दिन चुनाव लड़ते हैं और हार का सामना भी करते हैं. लालू यादव का नाम होने के कारण इनको अच्छा खासा वोट भी मिल जाता है.
पिछले लोकसभा चुनाव में इन्होंने 14000 वोट हासिल कर लिया था. एक बार फिर लोकसभा चुनाव में यह लालू यादव चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं. सारण से नामांकन दाखिल कराने आए लालू प्रसाद यादव राजपा से प्रत्याशी होंगे. लालू प्रसाद यादव की कर्मस्थली सारण में लालू के हमनाम होने का ये बखूबी फायदा उठाते हैं. साल 2001 से लगातार हर स्तर के चुनाव में ये नामांकन करते हैं. चुनाव लड़ते हैं.
आज तक नहीं मिली जीत, फिर भी लड़ते हैं चुनाव
चुनाव चाहे पंचायत स्तर का हो या विधानसभा का, विधान परिषद का या लोकसभा यह सभी जगह अपनी किस्मत आजमाते रहते हैं. हालांकि आज तक किसी भी चुनाव में इनेहीन विजय का स्वाद तो नहीं मिला, लेकिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के हमनाम और उनके ही चुनाव क्षेत्र का होने के कारण मीडिया की सुर्खियां जरूर बटोर लेते हैं. इस बार नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए लालू यादव ने कहा कि उनकी जीत सुनिश्चित है और लोगों ने उन्हें जीताने का मन बना लिया है.
लालू यादव मढौरा के रहने वाले हैं और उनके चुनाव में उम्मीदवार बनने सबसे अधिक नुकसान राजद के प्रत्याशी को होता है जिनके वोटर कई बार लालू यादव के नाम पर वोटिंग कर देते हैं. लालू यादव एक बार फिर छपरा के चुनावी समर में कूद चुके हैं और राजीव प्रताप रूढ़ी और रोहिणी को टक्कर देने की बात कह रहे हैं हालांकि इनका भविष्य क्या होगा यह आने वाला वक्त बताएगा.